Tuesday, January 27, 2009

गणतंत्र दिवस



गणतंत्र दिवस एक सार्वजनिक अवकाश होने के अलावा हर भारतीय के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है

आज़ादी के बाद भारत का अपना स्थाई संविधान नहीं था, क़ानून व्यवस्था अधिनियम 1935 की संशोधित
औपनिवेशिक सरकार पर आधारित थी देश एक डोमिनियन रूप में था, किंग जॉर्ज 4 राज्य के प्रमुख थे, और माउंटबेटन राज्यपाल जनरल के रूप में कार्यभार संभाल रहे थे 29 अगस्त, 1947 को एक मसौदा समिति की स्थापना हुई, जिसका लक्ष्य एक स्थायी संविधान की स्थापना करना था, डॉ. अम्बेडकर को इस समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया

4 नवंबर 1947 को मसौदा समिति द्वारा बनाया गया संविधान विधानसभा में प्रस्तुत किया गया ,कई विचार
विमर्श और कुछ संशोधनों के बाद, 24 जनवरी, 1950 के दिन सभा के 308 सदस्यों ने दस्तावेज़ों की दो प्रतियों पर हस्ताक्षर किया दो दिन बाद, 26 जनवरी 1950 को भारत का स्थाई संविधान लागू किया गया डॉ.राजेंद्र प्रसाद भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में चुने गये



आज गणतंत्र दिवस पुर देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता
है ,देश की राजधानी नई दिल्ली में आयोजित समारोह की शुरुआत अपने देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए जान देने वाले शहीदों को श्रधांजलि देकर की जाती है

इस अवसर के महत्व को चिह्नित करने के लिए हर साल विजयपथ पर एक भव्य परेड का आयोजन होता है
जिसमें भारतीय थलसेना, नौसेना एवं वायु सेना की विभिन्न टुकड़ियाँ कदम से कदम मिलकर चलतीं हैं भारतीय तट रक्षक, सीमा सुरक्षा बल एवं काई अन्य अर्धसैनिक बल भी इस परेड का हिस्सा होते हैं


परेड में देश के विभिन्न राज्यों से शानदार झाँकियों का प्रदर्शन होता है ये झाँकियाँ अपने राज्यों का प्रतिबिंब लोगों
को दर्शाती है, प्रत्येक प्रदर्शन के साथ गाने बजाने का कार्यक्रम मन मोहक होता है, हर प्रदर्शन में एकता और विविधता की संपूर्ण झलक होती है जो भारत की संस्कृति और समृद्धि का प्रतीक है

परेड के अंत में भारतीय वायु सेना द्वारा हवाई कारनामों का हैरत अंगेज़ प्रदर्शन होता है

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